नमस्कार,
दोस्तों इन दिनों हिंदू धर्म में कथावाचको की संख्या काफी अधिक बढ़ गई है। हर कथावाचक सनातन धर्म से लोगों को जोड़ने व उसके सर्वश्रेष्ठ होने में विश्वास रखते हैं। एक तरफ यदि शिवपुराण कथा की बात करें तो पंडित प्रदीप जी मिश्रा सीहोर वाले का बोलबाला है। चाहे tv, faceboook या youtube सभी जगह शिवपुराण की कथा कहने वाले प्रदीप मिश्रा के चर्चे हो रहे हैं।
दूसरी ओर जब बात राम कथा या हनुमान जी की कथा की आती है तो चर्चित पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का नाम जुबां पर आता है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक युवा संत के रूप में उभर कर आए हैं। जो पंडित प्रदीप जी मिश्रा की तरह ही सोशल मीडिया चाहे फेसबुक यूट्यूब या फिर टीवी पर छाए हुए हैं।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बालाजी का दरबार भी लगाते हैं। जहां पर वह लोगों से बिना पूछे उनके मन की बात को पर्ची पर लिखकर उनकी समस्या का समाधान करते हैं। साथ ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भूत, प्रेत आदि से भी लोगों को भगवान बालाजी अर्थात हनुमान जी की और सन्यासी बाबा की कृपा से ठीक करते हैं।
आज के इस लेख में हम पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के विषय पर चर्चा करेंगे। इस लेख में हम जानेंगे कौन है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, उनकी शिक्षा क्या है, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के विवादों में बने रहने का कारण क्या है, पंडित धीरेंद्र शास्त्री को चमत्कारी सिद्धियां कैसे प्राप्त हुई ? इसके साथ ही उनके धाम छतरपुर गढ़ा तक कैसे पहुंचा जाए आदि के बारे में। तो चलिए शुरू करते हैं हमारा आज का लेख।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का परिचय
(Pandit dheerendra krishn shastri ji ka parichay)
आज के युवा संत जो की अपनी राम कथा और हनुमान कथा से देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सनातन धर्म का परचम लहरा चुके हैं ऐसे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की गढ़ा नामक स्थान पर हुआ। इनका जन्म एक साधारण ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और माता का नाम सरोज गर्ग है।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादाजी का नाम भगवान दास गर्ग है जो कि उनके गुरु भी हैं। उनके दादाजी ने चित्रकूट में निर्मोही अखाड़े से दीक्षा प्राप्त की थी। अपने दादाजी से ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रामायण, भगवत गीता आदि का ज्ञान प्राप्त किया था।
जिसके फलस्वरूप 12 वर्ष की उम्र से ही उन्होंने धर्म पर अपने प्रवचन देना प्रारंभ कर दिया। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने तीन भाई बहनों में सबसे बड़े हैं। उनसे छोटा एक भाई और बहन भी है।
क्या है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्रीजी की शिक्षा
बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की प्रारंभिक आठवीं तक की पढ़ाई उनके गांव गढ़ा में ही संपन्न हुई थी। इसके बाद कक्षा 12वीं की पढ़ाई के लिए वह अपने चाचा के यहां चले गए।
क्या है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्रीजी की शिक्षा
(Ky hai Pandit dheerendra krishn shastri ji ki shiksha)
बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की प्रारंभिक आठवीं तक की पढ़ाई उनके गांव गढ़ा में ही संपन्न हुई थी। इसके बाद कक्षा 12वीं की पढ़ाई के लिए वह अपने चाचा के यहां चले गए।
कई बार वे अपने गांव से 5 किलोमीटर पैदल चलकर गंज स्कूल पढ़ने जाया करते थे। इसके बाद कॉलेज की शिक्षा प्राप्त करने के लिए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्राइवेट बीए की डिग्री हासिल की है।
जानिए क्या है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की चमत्कारिक सिद्धियों का राज
पंडित जी के दादाजी जो कि उनके गुरु भी हैं भगवान बालाजी की सेवा किया करते थे। तथा मंगलवार और शनिवार को बालाजी व सन्यासी बाबा की कृपा से दिव्य दरबार का आयोजन किया करते थे। उनके गुरु अर्थात उनके दादाजी के साथ रहकर ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 9 साल की उम्र से भगवान बालाजी की सेवा में लग गए।
जानिए क्या है पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की चमत्कारिक सिद्धियों का राज
(Janiye ky hai Pandit dheerendra krishn shastri ji ki chamatkarik siddhiyo ka raj)
पंडित जी के दादाजी जो कि उनके गुरु भी हैं भगवान बालाजी की सेवा किया करते थे। तथा मंगलवार और शनिवार को बालाजी व सन्यासी बाबा की कृपा से दिव्य दरबार का आयोजन किया करते थे। उनके गुरु अर्थात उनके दादाजी के साथ रहकर ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 9 साल की उम्र से भगवान बालाजी की सेवा में लग गए।
पंडित जी बताते हैं कि उन्हें स्वप्न द्वारा यह संदेश दिया गया कि जीवन में आगे बढ़ना है तो अपनी साधना को और बढ़ाओ। यह स्वप्न उन्हें एक नहीं बल्कि 3 बार दिखाई दिया। स्वप्न द्वारा बागेश्वर बालाजी ने उन्हें अज्ञातवास की साधना करने के संकेत दिए।
जिसमें उनसे कहा गया कि आप अज्ञातवास की साधना से ही कठिनाइयों को पार करके लोगों के जीवन में ऊर्जा व प्रकाश का संचार कर सकते हैं।
इसी अज्ञातवास की साधना के कारण उन पर सन्यासी बाबा और बालाजी भगवान की कृपा हुई। जिनकी कृपा स्वरूप प्राप्त सिद्धियों के कारण ही वे लोगों की मन की बात पर्चे पर लिख पाते हैं।
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अब तक लगभग 30 लाख से अधिक लोगों के मन की बात को पर्ची पर लिखकर उनकी समस्या का निराकरण या समाधान बता चुके हैं।
बागेश्वर धाम छतरपुर गढा पहुंचने का मार्ग व साधन
यदि आप भी बागेश्वर धाम जाने की इच्छा रखते हैं तो इसके लिए सबसे पहले मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में जाना पड़ेगा। उसके बाद 35 किलोमीटर की दूरी पर खजुराहो पन्ना रोड पर गंज नामक एक छोटा कस्बा स्थित है। जहां से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर गढ़ा नामक गांव स्थित है।
इसी अज्ञातवास की साधना के कारण उन पर सन्यासी बाबा और बालाजी भगवान की कृपा हुई। जिनकी कृपा स्वरूप प्राप्त सिद्धियों के कारण ही वे लोगों की मन की बात पर्चे पर लिख पाते हैं।
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अब तक लगभग 30 लाख से अधिक लोगों के मन की बात को पर्ची पर लिखकर उनकी समस्या का निराकरण या समाधान बता चुके हैं।
बागेश्वर धाम छतरपुर गढा पहुंचने का मार्ग व साधन
(Bageshwar dham chhaterpur gadha pahuchne ka marag or shadhan)
यदि आप भी बागेश्वर धाम जाने की इच्छा रखते हैं तो इसके लिए सबसे पहले मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में जाना पड़ेगा। उसके बाद 35 किलोमीटर की दूरी पर खजुराहो पन्ना रोड पर गंज नामक एक छोटा कस्बा स्थित है। जहां से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर गढ़ा नामक गांव स्थित है।
वहीं पर आपको बागेश्वर धाम के भगवान बालाजी के दर्शन होंगे। साथ ही यहां पर बालाजी के दरबार के द्वारा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लोगों की समस्याओं का समाधान भी करते हैं।
बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन छतरपुर व खजुराहो में स्थित है। खजुराहो से 20 किलोमीटर और छतरपुर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर बागेश्वर धाम गढ़ा स्थित है। बागेश्वर धाम सरकार का संपर्क सूत्र 8120592371 पर आप बागेश्वर धाम से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
बागेश्वर धाम दरबार प्रत्येक शनिवार सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक लगाया जाता है जो कि बिल्कुल नि:शुल्क है।
जानिए क्या है बागेश्वर धाम सरकार के विभागों में बने रहने का कारण
(Janiye ky hai Pandit dheerendra krishn shastri ke vivado me bane rahne ka karan)
बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर विवादों में नजर आते हैं। अभी फिलहाल में नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के जादू-टोना विरोधी कानून के तहत उन पर कार्यवाही करने की मांग की गई।
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साथ ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को यह चुनौती दी गई कि वह वाकई में सब कुछ जान लेते हैं तो वह अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के सामने आए और उनके सवालों का जवाब दें।
यदि पंडित जी इस चुनौती में विजयी होते हैं तो उन्हें ₹300000 इनाम स्वरूप दिए जाएंगे। परंतु पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चुनौती को बिना स्वीकार किए ही लौट गए। इसके कारण बागेश्वर धाम बालाजी के पीठाधीश्वर अभी विवादों में बने हुए हैं।
इसके अलावा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इस कारण से भी विवादों में बने हुए हैं कि मंदिर के आसपास की जमीन है वह सरकारी है। जिस पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चेलों ने कब्जा कर के रखा है।
बागेश्वर धाम के पास 1200000 रुपए की लागत से पंचायत ने अपनी निजी राशि से एक सामुदायिक भवन का निर्माण करवाया था। जिस पर अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कब्जा है। वे वहां पर कथा के साथ-साथ दिव्य दरबार भी लगाते हैं।
साथ ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को यह चुनौती दी गई कि वह वाकई में सब कुछ जान लेते हैं तो वह अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के सामने आए और उनके सवालों का जवाब दें।
यदि पंडित जी इस चुनौती में विजयी होते हैं तो उन्हें ₹300000 इनाम स्वरूप दिए जाएंगे। परंतु पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चुनौती को बिना स्वीकार किए ही लौट गए। इसके कारण बागेश्वर धाम बालाजी के पीठाधीश्वर अभी विवादों में बने हुए हैं।
इसके अलावा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इस कारण से भी विवादों में बने हुए हैं कि मंदिर के आसपास की जमीन है वह सरकारी है। जिस पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चेलों ने कब्जा कर के रखा है।
बागेश्वर धाम के पास 1200000 रुपए की लागत से पंचायत ने अपनी निजी राशि से एक सामुदायिक भवन का निर्माण करवाया था। जिस पर अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कब्जा है। वे वहां पर कथा के साथ-साथ दिव्य दरबार भी लगाते हैं।
इसके अलावा छुआछूत, धार्मिक भावनाओं को भड़काने और बालीवुड का बाय काट करने से संबंधित बयानों को लेकर भी बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवादों में बने रहते हैं।
आशा करती हूं बागेश्वर धाम छतरपुर के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में संपूर्ण जानकारी पर आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हमारे साथ अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद।
आशा करती हूं बागेश्वर धाम छतरपुर के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बारे में संपूर्ण जानकारी पर आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हमारे साथ अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद।
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