नमस्कार,
दोस्तों हिंदू धर्म में सर्वाधिक पूजे जाने वाले देवताओं ने हनुमान जी का नाम सबसे पहले आता है। हनुमान जी की पूजा-अर्चना सभी लोग चाहे बच्चे, बूढ़े, पुरुष हो या स्त्री सभी करना चाहते हैं।
हर व्यक्ति चाहता है कि महावीर हनुमान "बजरंगबली" की कृपा उनके जीवन में सदा बनी रहे। अक्सर हनुमान जी से जुड़े कई सवालों को लेकर भक्तजनों के मन में कुछ दुविधा सी होती है।
उन्हीं दुविधाओं को दूर करने और हनुमान जी की पूजा से जुड़े कुछ सवालों के जवाब हम आज के इस लेख के अंतर्गत जानेंगे तो चलिए शुरू करते हैं हमारा आज का लेख।
हनुमान जी से जुड़े कुछ सवालों के जवाब
(Hanuman ji se jude khuch sawalo ke jawab)
1.) क्या हनुमान जी की भक्ति में ब्रह्मचर्य का पालन करना जरूरी है ?
हमारे हिंदू धर्म में ब्रह्मचर्य को एक तप के समान बताया गया है। कई भक्त ब्रम्हचर्य का पूरी निष्ठा के साथ पालन करते हैं। ब्रह्मचर्य का पालन करने से हमारे अंदर एक अलग ही उर्जा का संचार होता है।
लेकिन सांसारिक जिम्मेदारियों और रिश्तो में बंधे होने के कारण ब्रह्मचर्य का पालन करना कठिन हो जाता है। लेकिन जो लोग हनुमान जी की भक्ति करते हैं उनके लिए कुछ अवसरों जैसे जब कोई व्रत या उपवास करते हैं, संकल्प रखते हैं, पूजा, कथा, यज्ञ आदि में बैठते या फिर आप कोई कठोर तप या मन्नत करते है तो ब्रह्मचर्य का पालन करना अनिवार्य होता है।
2.) संकल्प बीच में टूट जाए तो क्या करें ?
अक्सर देखा गया है कि भक्त कुछ संकल्प ले लेते हैं किंतु किसी कारण से वह संकल्प पूरा नहीं कर पाते हैं। संकल्प के बीच में टूटने के कई कारण हो सकते हैं जैसे सेहत का बिगड़ना, घर में किसी का देहांत हो जाना, महिला भक्तों का मासिक धर्म आ जाना आदि के कारण संकल्प पूरा नहीं हो पाता है।
यह सभी समस्या प्राकृतिक इस पर हमारा कोई प्रभाव नहीं है तो संकल्प टूटने की चिंता न करते हुए उस समस्या को खत्म हो जाने के बाद आपको अपने संकल्प को पुनः जारी कर देना चाहिए।
समस्या के खत्म होने पर भगवान से क्षमा प्रार्थना करके आपने अपने संकल्प को जहां पर छोड़ा था वहीं से फिर से प्रारंभ कर सकते हैं। आप को संकल्प की शुरुआत फिर से करने की जरूरत नहीं है।
3.) हनुमान जी का चित्र घर में किस दिशा में लगाएं?
हनुमान जी से जुड़े सर्वाधिक पूछे जाने वाले सवालो में यह सवाल कि हनुमान जी का चित्र घर में किस दिशा में लगाएं भी एक प्रमुख सवाल है। हनुमान जी का चित्र यह मूर्ति घर के मंदिर में या घर के किसी पवित्र स्थल पर ही रखे।
आप चाहे तो हनुमान जी का चित्र ऐसी जगह पर लगा सकते है जहां से उनका मुख दक्षिण दिशा की तरफ हो। ऐसा इसलिए क्योंकि हनुमान जी ने अपना सर्वाधिक प्रभाव दक्षिण दिशा में ही दिखाया था।
इसके अलावा आप हनुमान जी के पंचमुखी हनुमान वाला फोटो या मूर्ति घर के मुख्य द्वार के ऊपर भी लगा सकते हैं। इसके कारण आपके घर की सुरक्षा नकारात्मक शक्तियों से होती रहेगी।हनुमान जी का फोटो या चित्र भूलकर भी अपने घर में बेडरूम या शयन कक्ष में नहीं लगाना चाहिए।
4.) हनुमान चालीसा का पाठ 1 दिन में कितनी बार करें ?
दोस्तों हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार करना है यह तो आपकी श्रद्धा पर निर्भर करता है। आप चाहे तो हनुमान चालीसा का पाठ 1,7, 11,21,51,100 या 108 बार कर सकते हैं। लेकिन आप कितनी बार सच्चे दिल से करते हैं यह मायने रखता है।
(और पढ़ें:- महाभारत से जुड़े 7 सबक जो जीवन बदल दे)
आप चाहे जितनी बार भी हनुमान चालीसा का पाठ करें लेकिन एकाग्र होकर और सच्चे मन से करें। अगर हो सके तो कम से कम दिन में दो बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। एक बार सुबह स्नान आदि के बाद और एक बार रात को सोने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।
हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत ही सरल है। आप चाहे तो स्नानादि के बाद घर में लाल आसन बिछाकर, धूप दीप जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। आप हनुमान मंदिर में जाकर भी हनुमान चालीसा का पाठ हनुमान चालीसा पुस्तक के माध्यम से कर सकते हैं।
दोस्तों हनुमान जी को सबसे प्रिय है राम जी का नाम। तो जब भी आप हनुमान जी की पूजा करते हैं या हनुमान जी से संबंधित कोई भी पाठ करते हैं तो सबसे पहले आप प्रभु श्री राम का स्मरण जरूर करें।
आप चाहे जितनी बार भी हनुमान चालीसा का पाठ करें लेकिन एकाग्र होकर और सच्चे मन से करें। अगर हो सके तो कम से कम दिन में दो बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। एक बार सुबह स्नान आदि के बाद और एक बार रात को सोने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।
5.) हनुमान चालीसा का पाठ कैसे करें ?
हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत ही सरल है। आप चाहे तो स्नानादि के बाद घर में लाल आसन बिछाकर, धूप दीप जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। आप हनुमान मंदिर में जाकर भी हनुमान चालीसा का पाठ हनुमान चालीसा पुस्तक के माध्यम से कर सकते हैं।
6.) हनुमान जी की भक्ति करने से पहले क्या करें ?
दोस्तों हनुमान जी को सबसे प्रिय है राम जी का नाम। तो जब भी आप हनुमान जी की पूजा करते हैं या हनुमान जी से संबंधित कोई भी पाठ करते हैं तो सबसे पहले आप प्रभु श्री राम का स्मरण जरूर करें।
(और पढ़ें:- क्यों नहीं मिलता हनुमान चालीसा पढ़ने का लाभ)
आप चाहे तो रामधुन, सीताराम मंत्र, रामरक्षास्त्रोत, राम स्तुति आदि में से किसी भी एक का जाप कर सकते हैं। जिससे हनुमान जी के साथ प्रभु श्री राम जी की कृपा भी आप पर बनी रहेगी।
हनुमान जी एक सात्विक देवता है तो हो सके तो उन्हें बिना प्याज-लहसुन वाले खाने का भोग लगाएं। इसके अलावा हनुमान जी को बूंदी के लड्डू, चूरमे के लड्डू, बूंदी, चूरमा, गुड़ और चना, बेसन के लड्डू तथा फल इत्यादि का भोग लगा सकते हैं।
यह महिलाओं द्वारा अधिकतर पूछे जाने वाले सवालों में से एक हैं। जी हां महिलाएं भी हनुमान जी की पूजा भक्ति कर सकती है। भगवान कभी अपने भक्तों में भेदभाव नहीं करते हैं।
महिलाएं हनुमान जी को अपने बड़े भाई, गुरु आदि मानकर उनकी पूजा कर सकती है। मासिक धर्म के समय महिला भक्तों को थोड़ा सा स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और हनुमान जी के समीप नहीं जाना चाहिए।
महिलाएं भी हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंग बाण व हनुमान जी से जुड़े कोई भी स्तुति का पाठ कर सकती है।
तो दोस्तों कैसी लगी आपको हनुमान जी से जुड़े कुछ सवालों के जवाब पर हमारी यह जानकारी। आशा करती हूं आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई होगी। हमारे साथ अंततः बने रहने के लिए धन्यवाद।
आप चाहे तो रामधुन, सीताराम मंत्र, रामरक्षास्त्रोत, राम स्तुति आदि में से किसी भी एक का जाप कर सकते हैं। जिससे हनुमान जी के साथ प्रभु श्री राम जी की कृपा भी आप पर बनी रहेगी।
7.) हनुमान जी को भोग में क्या लगाए ?
हनुमान जी एक सात्विक देवता है तो हो सके तो उन्हें बिना प्याज-लहसुन वाले खाने का भोग लगाएं। इसके अलावा हनुमान जी को बूंदी के लड्डू, चूरमे के लड्डू, बूंदी, चूरमा, गुड़ और चना, बेसन के लड्डू तथा फल इत्यादि का भोग लगा सकते हैं।
8.) क्या महिलाएं हनुमान जी की पूजा कर सकती हैं ?
यह महिलाओं द्वारा अधिकतर पूछे जाने वाले सवालों में से एक हैं। जी हां महिलाएं भी हनुमान जी की पूजा भक्ति कर सकती है। भगवान कभी अपने भक्तों में भेदभाव नहीं करते हैं।
महिलाएं हनुमान जी को अपने बड़े भाई, गुरु आदि मानकर उनकी पूजा कर सकती है। मासिक धर्म के समय महिला भक्तों को थोड़ा सा स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और हनुमान जी के समीप नहीं जाना चाहिए।
महिलाएं भी हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, बजरंग बाण व हनुमान जी से जुड़े कोई भी स्तुति का पाठ कर सकती है।
तो दोस्तों कैसी लगी आपको हनुमान जी से जुड़े कुछ सवालों के जवाब पर हमारी यह जानकारी। आशा करती हूं आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई होगी। हमारे साथ अंततः बने रहने के लिए धन्यवाद।
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