नमस्कार,
दोस्तों आज हम बात करेंगे एक ऐसी चालीसा के बारे में जिसे सबसे अधिक मात्रा या संख्या में सभी लोगों के द्वारा पढ़ा जाता है। अब आप समझ ही गए होंगे कि आज के इस लेख में हम महाबली, पवन पुत्र हनुमान जी की चालीसा, हनुमान चालीसा के बारे में बात करेंगे।
हनुमान चालीसा की रचना किसने की ? और हनुमान चालीसा का पाठ करने से क्या लाभ क्या फायदे हैं ?आदि के बारे में तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं आज का लेख हनुमान चालीसा और उसके रहस्य, हनुमान चालीसा पढ़ने के फ़ायदे या लाभ।
हनुमान चालीसा क्या है ?
( Hanuman Chalisa ky h)?
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है हनुमान चालीसा। यहां चालीसा से तात्पर्य 40 छंदों से हैं, जो कि हनुमान जी की स्तुति में लिखे गए हैं। हनुमान चालीसा एक काव्यात्मक कृति है जो कि मुख्य रूप से अवधी भाषा में लिखी गई है।
हनुमान चालीसा के अंतर्गत हनुमान जी के गुण व कार्यों का वर्णन 40 चौपाइयों में किया गया है। जिसमें दो दोहे भी सम्मिलित हैं।
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Hanuman Chalisa |
हनुमान चालीसा की रचना किसने की?
( Hanuman Chalisa ki rachna kisne ki )?
हनुमान चालीसा की रचना का श्रेय भी उन्हें ही जाता है, जो कि श्री रामचरितमानस के भी रचनाकार हैं। जी हां दोस्तों, हनुमान चालीसा की रचना पंडित गोस्वामी तुलसीदास जी ने की है। हनुमान चालीसा को पंडित गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा 16वीं शताब्दी में लिखा गया था।
हनुमान चालीसा लिखने के पीछे का रहस्य
(Hanuman chalisa likhne ke phiche ka rahasy)
पंडित गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा रचित हनुमान चालीसा के बारे में तो सभी लोग जानते हैं और आप में से भी कुछ लोग तो नित्य प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ भी करते होंगे। पर क्या आपको पता है कि हनुमान चालीसा लिखने के पीछे का रहस्य क्या है ? तो आइए शुरू करते हैं।
संत तुलसीदास जी के चमत्कारो व राम भक्ति के बारे में सुनकर एक बार राजा अकबर ने तुलसीदास जी को अपने दरबार में बुलवाया और तुलसीदास जी से दरबार में ही किसी पद को ग्रहण करने का आग्रह किया।
उन्होंने तुलसीदास जी से श्री राम जी से मिलवाने की भी इच्छा व्यक्त की। तुलसीदास जी द्वारा पद ग्रहण न करने पर अकबर को क्रोधित हो गए तथा तुलसीदास जी को बंदी बना लिया।
तब तुलसीदास जी ने संकट मोचन हनुमान जी की आराधना में अवधी भाषा में कारावास में हनुमान चालीसा की रचना की। उनकी पुकार सुनकर हनुमानजी ने उनकी सहायता की तथा तुलसीदास जी को बंधन मुक्त करवाया। इस प्रकार संत गोस्वामी तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना की।
हनुमान चालीसा में छिपा वैज्ञानिक रहस्य
दोस्तों हनुमान चालीसा की चौपाई "जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यो ताहि मधुर फल जानू" इस चौपाई के अंतर्गत पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी का एकदम सही अनुमान लगाया गया है।
1 युग =12000 वर्ष
1 सहस्त्र = 1000 वर्ष
1 योजन = 8 मील
युग, सहस्त्र, योजन पर भानु अर्थात युग, सहस्त्र, योजन तीनों का गुणा करने पर हमें जो नंबर प्राप्त होगा उस दूरी पर भानू अर्थात सूर्य देव उपस्थित हैं।
युग × सहस्त्र × योजन = 12000 × 1000 × 8
= 96000000
1 मील = 1.6 किलोमीटर
96000000 मील(miles) = 153600000 (km)
और नासा(NASA) के अनुसार सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी भी लगभग 15,00,00,000 किलोमीटर है।
तब तुलसीदास जी ने संकट मोचन हनुमान जी की आराधना में अवधी भाषा में कारावास में हनुमान चालीसा की रचना की। उनकी पुकार सुनकर हनुमानजी ने उनकी सहायता की तथा तुलसीदास जी को बंधन मुक्त करवाया। इस प्रकार संत गोस्वामी तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना की।
हनुमान चालीसा में छिपा वैज्ञानिक रहस्य
(Hanuman chalisa me chipa scientific rahasy)
दोस्तों हनुमान चालीसा की चौपाई "जुग सहस्त्र योजन पर भानु, लील्यो ताहि मधुर फल जानू" इस चौपाई के अंतर्गत पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी का एकदम सही अनुमान लगाया गया है।
1 युग =12000 वर्ष
1 सहस्त्र = 1000 वर्ष
1 योजन = 8 मील
युग, सहस्त्र, योजन पर भानु अर्थात युग, सहस्त्र, योजन तीनों का गुणा करने पर हमें जो नंबर प्राप्त होगा उस दूरी पर भानू अर्थात सूर्य देव उपस्थित हैं।
युग × सहस्त्र × योजन = 12000 × 1000 × 8
= 96000000
1 मील = 1.6 किलोमीटर
96000000 मील(miles) = 153600000 (km)
और नासा(NASA) के अनुसार सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी भी लगभग 15,00,00,000 किलोमीटर है।
हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे या लाभ
(Hanuman chalisa padhne ke fayde ya labh)
हनुमान चालीसा कि प्रत्येक चौपाई एक मंत्र के समान कार्य करती है हनुमान चालीसा पढ़ने के लाभ स्वयं तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा के अंदर ही बताए हैं। आइये हनुमान चालीसा पढ़ने के उन लाभों या फायदों के बारे में जानते है।
दुर्गम काज का सुगम हो जाना:-
दुर्गम अर्थात ऐसे कार्य जो बहुत ही कठिन है या जिन्हें आसानी से नहीं कर पाते हैं वह कार्य हनुमान चालीसा का पाठ करने से आसानी से हो जाते हैं। हनुमान चालीसा की चौपाई "दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते" इसी बात की ओर संकेत करती है।
(और पढ़े :- शिव तांडव स्त्रोत (Shiva Tandava Stotra) की उत्पत्ति, पढ़ने से होने वाले लाभ व हिंदी में अर्थ)
सभी प्रकार के सुखों को प्राप्त करना:-
हनुमान चालीसा का पाठ करने से या हनुमान जी की शरण में जाने से व्यक्ति सभी प्रकार के सुखों को प्राप्त करता है। तुलसीदास जी ने लिखा है "सब सुख लहे तुम्हारी सरना" इसलिए व्यक्ति को सुख को प्राप्त करने के हेतु भी हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
डर से मुक्ति:-
तुलसीदास जी हनुमान चालीसा में कहते हैं "तुम रक्षक काहू को डरना" अर्थात जो व्यक्ति हनुमान चालीसा का पाठ करता है उसकी स्वयं हनुमान जी करते हैं और वह व्यक्ति डर और भय से मुक्त होता है।
भूत प्रेत का ना लगना:-
हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले व्यक्ति के पास भूत, प्रेत, पिशाच आदि नहीं आते हैं। तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा में लिखा है "भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे" अर्थात हनुमान जी का नाम लेने मात्र से ही बुरी व नकारात्मक शक्तियां हमसे दूर हो जाती है।
रोगों से मुक्त रहना:-
जो व्यक्ति निरंतर हनुमान जी के नाम का स्मरण करता है वह सभी प्रकार के रोगों से दूर रहता है। "नासे रोग हरे सब पीरा जपत निरंतर हनुमत बीरा" के माध्यम से तुलसीदास जी हनुमान चालीसा के माध्यम से रोगों से दूर रहने के लिए हनुमान चालीसा के पाठ करने की सलाह देते है।
बंधन मुक्त होना:-
"शत बार पाठ करे जो कोई, छूटेहि बंदी महा सुख होई" अर्थात तुलसीदास जी लिखते हैं कि जो कोई भी व्यक्ति हनुमान चालीसा का 100 बार पाठ कर लेता है वह बंधन से छूट कर महान सुख को प्राप्त करता है।
इन सबके अलावा हनुमान चालीसा पढ़ने के और भी बहुत फायदे या लाभ है जो निम्नानुसार है।
- हनुमान चालीसा पढ़ने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति सिद्धियों को प्राप्त करने वाला बन जाता है।
- हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के पाप कम हो जाते हैं।
- हनुमान चालीसा पढ़ने से व्यक्ति बुराइयों को दूर कर अच्छे कर्मों की ओर अग्रसर होता है।
- हनुमान चालीसा पढ़ने से व्यक्ति का आध्यात्मिक बल व मनोबल बढ़ता है।
आशा करती हूं हनुमान चालीसा के फ़ायदे और हनुमान चालीसा से जुड़े रहस्य (Hanuman chalisa padhne ke fayde and scientific rahasy in hindi) पर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी होगी।
धन्यवाद।
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