नमस्कार,
दोस्तों कई बार हम नया घर लेते हैं या वास्तु के आधार पर ही अपने घर का निर्माण कार्य करवाते हैं। हमारे घर का किचन, बैडरूम, पूजा घर आदि सभी हम उसी प्रकार रखते हैं जैसा कि वास्तुशास्त्र में बताया गया है। उसके बाद भी हम अपने नए घर में वह सुख नहीं ले पाते जो हम चाहते हैं या जैसा हमने सोचा था।
आज के इस लेख में हम आपको वास्तु की 3 टिप्स देंगे जो कि आपके लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगी। तो चलिए शुरू करते हैं।
हम आपको आज जो टिप्स बताएंगे यदि उसे आपने अपने बर्थ चार्ट अर्थात जन्म कुंडली के अनुसार उपयोग कर लिया तो यकीन मानिए आपका घर आपके लिए खुशियां लाने वाला बन जाएगा। तो कौन सी है वह 3 टिप्स आइए जानते हैं।
घर का मुख्य द्वार :-
(Main door of the house) :-
आपके घर का मुख्य द्वार किस दिशा में यह आपके घर के वास्तु शास्त्र का सबसे प्रमुख बिंदु होता है। यदि आपके घर का मुख्य द्वार आपके बर्थ चार्ट अर्थात जन्म कुंडली के अनुसार है तब तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।
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परंतु यदि आपके घर का मुख्य द्वार उस हिसाब से नहीं है तो वह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। उदाहरण के लिए जिनकी जन्म कुंडली में मंगल ग्रह या राहु ग्रह खराब होता है उन्हें दक्षिण मुखी घर नहीं लेना चाहिए।
इसके अलावा यदि आपकी जन्मकुंडली के प्रथम घर में शनि बैठे हैं तो पूर्व मुखी घर नहीं लेना चाहिए। यदि सातवें घर में सूर्य बैठे हुए हैं तो आपको पश्चिम मुखी घर नहीं लेना चाहिए। और यदि जन्म कुंडली के छठे घर में बुध बैठा हुआ है तो उत्तर मुखी घर आपको नहीं लेना चाहिए।
उपाय :-
परंतु यदि आपके घर का मुख्य द्वार उस हिसाब से नहीं है तो वह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। उदाहरण के लिए जिनकी जन्म कुंडली में मंगल ग्रह या राहु ग्रह खराब होता है उन्हें दक्षिण मुखी घर नहीं लेना चाहिए।
इसके अलावा यदि आपकी जन्मकुंडली के प्रथम घर में शनि बैठे हैं तो पूर्व मुखी घर नहीं लेना चाहिए। यदि सातवें घर में सूर्य बैठे हुए हैं तो आपको पश्चिम मुखी घर नहीं लेना चाहिए। और यदि जन्म कुंडली के छठे घर में बुध बैठा हुआ है तो उत्तर मुखी घर आपको नहीं लेना चाहिए।
उपाय :-
(Upaay) :-
अब आपने घर तो ले लिया है और आप चाहते हैं कि घर अब आपके लिए फायदेमंद साबित हो इसके लिए आप एक सरल सा उपाय कर सकते हैं, जो है बंधनद्वार लगाना।
आप आपके घर के मुख्य द्वार पर अपनी राशि के अनुसार बंधनद्वार या जिसे स्थानीय भाषा में तोरण कहा जाता है लगा सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि आपकी राशि का स्वामी बुध (मिथुन व कन्या राशि) है तो आपको हरे रंग का बंधनद्वार या तोरण लगाना चाहिए।
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यदि आपकी राशि धनु या मीन है तो आपको पीले रंग का बंधनद्वार या तोरण लगाना होगा। यदि आपकी राशि स्वामी सूर्य (सिंह राशि) तो बंधनद्वार आपको ऑरेंज या नारंगी रंग का लगाना होगा। इसके अलावा यदि आपका राशि स्वामी चंद्रमा (कर्क राशि) है तो आपको सफेद रंग शुक्र (वृषभ और तुला राशि) के लिए भी सफेद या क्रीम रंग का तोरण आप लगा सकते हैं।
शनि की राशि के लिए आपको नीले व मंगल की राशि मेष के लिए आपको लाल रंग के तोरण का इस्तेमाल करना चाहिए।
हमने ऊपर आपको जो भी राशि के अनुसार रंग बताए हैं उस रंग का आपको धागे का इस्तेमाल करना है और इसके साथ ही आम या अशोक के पत्तों का इस्तेमाल आपको तोरण या बंधनद्वार बनाने के लिए करना है। बाजार में मिलने वाले बने बनाए तोरण का इस्तेमाल आपको यहां पर नहीं करना है।
आपका बेडरूम :-
(your bedroom) :-
वास्तु के दूसरे टिप्स की जो हम बात करेंगे वह आपके बेडरूम से संबंधित क्योंकि बेडरूम आपके घर का वह हिस्सा है जहां पर दिन भर के कम से कम 8 घंटे आप जरूर बिताते हैं। यदि आपके बेडरूम की ऊर्जा आप की जन्म कुंडली के अनुसार आपको सूट कर रही है तो वह आपको आपके जीवन में आगे बढ़ने में जरूर मदद करेगी।
उपाय :-
(Upaay) :-
बेडरूम की उर्जा को संतुलित करने के लिए भी आपको आपकी अपनी जन्म कुंडली के सबसे अच्छे ग्रह के बारे में जानकारी होना। उदाहरण के लिए आपको आपकी बैडरूम की दीवारों का कलर अपनी जन्म कुंडली के सबसे अच्छे ग्रह के अनुसार ही रखना चाहिए। उदाहरण के लिए यदि आपकी जन्मकुंडली में मंगल ग्रह अच्छा है तो आपको आपके घर में लाल कलर का पेंट दीवारों पर लगवाना चाहिए।
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इसके अलावा आपको अपने बेडरूम में एक मिट्टी के बर्तन या दिए में कुछ मात्रा में कपूर को रुई में रख कर रखना चाहिए। उसके साथ ही सेंधा नमक के कुछ टुकड़े आपको एक कांच की कटोरी में भरकर रखना चाहिए। जब यह नमन खराब होने लगे या गीला हो जाए तब उसे फेंक कर दूसरा नमक का एक डल्ला उस स्थान पर रखना चाहिए।
रसोईघर :-
(kitchen) :-
हमारे घर की रसोई हमारे घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। हमारे घर की रसोई गलत तरीके से बनी हुई है तब भी आपको कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय :-
(Upaay) :-
घर की रसोई के वास्तु को ठीक करने के लिए आपको आपकी गैस के चूल्हे के नीचे सेल्फ को सफेद या हल्के क्रीम रंग की रखना होगा। आमतौर पर देखा जाता है कि जिसके गैस के चूल्हे के नीचे सेल्फ का सेल्फ का रंग काला या गहरा हरा होता है जो सभी के लिए उपयुक्त नहीं होता है।
इसके अलावा यदि आपकी रसोई में धुंआ इकट्ठा होता है या आपके घर की रसोई में वेंटिलेशन की व्यवस्था ठीक नहीं है तो आपको अपनी रसोई घर में एग्जास्ट फैन या चिमनी की व्यवस्था करना होगा। जिससे की रसोई घर में इकट्ठे होने वाले धुंए को बाहर निकाला जा सके।
आशा करती हूं यह सरल से वास्तु के 3 टिप्स जो आपको अपने घर के वास्तु को ठीक करने में आपकी मदद करेंगे।
अगर आपको हमारी जानकारी कैसे जाने कौन सा घर आपके लिए शुभ है वास्तु के अनुसार (kaise jaane kaun sa ghar aapake lie shubh hai vaastu shaastr ke anusaar in hindi) यह आपको पसंद आई होगी। हमारे साथ अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद।
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