नमस्कार,
दोस्तों अगर धर्मों की बात की जाए तो एक सिख धर्म ऐसा है जो तन, मन व लगन से लोगों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहता है। सतगुरु नानक जी ने अपना पूरा जीवन मनुष्य के जीवन को सफल बनाने में लगा दिया। गुरु साहिब ने इंसान के अंदर छुपी बुराइयों को पहचान कर लोगों को सही मार्ग पर लाने व अच्छा इंसान बनाने का भरपूर प्रयास किया है। आज के इस लेख में हम गुरु ग्रंथ साहिब की गुरबाणी के अनुसार सच्चे, अच्छे व नेक इंसान की 10 निशानियां कौन सी है? उस पर चर्चा करेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।
अच्छे व नेक इंसान के 10 गुण
(10 qualities of a good and noble person)
सत्कार करने वाला (Respectfulness) :-
जो इंसान बड़े-छोटे, अच्छे-बुरे सभी व्यक्तियों को समान मानकर दिल से उनका सत्कार अर्थात सम्मान करता है गुरबाणी के अनुसार ऐसा इंसान अच्छा होता है।
वफादारी (Loyalty) :-
एक अच्छा इंसान वफादार होता है। एक अच्छा इंसान अपने, अपने काम के प्रति, अपने कर्मों के प्रति वफादार होता है। एक नेक इंसान में धोखा देने की आदत नहीं पाई जाती हैं।
शांत (Clamness) :-
एक अच्छे इंसान का मन हमेशा शांत होता है। वह व्यक्ति चाहे शोर या लोगों के बीच में कोतुहल से क्यों न घिरा हो उसका मन हमेशा शांत होता है। वह अपनी शांति को बनाए रखने में समर्थ होता है।
जिम्मेदार (Resposible) :-
अच्छे व्यक्ति का एक महत्वपूर्ण गुण जिम्मेदारी होता है। एक अच्छा व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को समझता है। वह जानता है कि उसकी अपने, अपने परिवार व समाज के प्रति क्या जिम्मेदारी है।
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एक अच्छा इंसान अपनी गलतियों की भी जिम्मेदारी लेता है। वह अपने साथ होने वाले बुरे के लिए किसी ओर व्यक्ति या किस्मत को जिम्मेदार नहीं मानता है।
एक अच्छा इंसान निष्पक्ष होता है। जिस प्रकार किसी कोर्ट का जज निष्पक्ष फैसला सुनाता है, उसी प्रकार एक नेक इंसान के सामने जब फैसला लेने की बारी आती है तब वह भी निष्पक्ष रूप से अपनी राय रखता है।
गुरबाणी में नानक साहब कहते हैं कि शरीर से बलवान तो बहुत से लोग मिल जाते हैं परंतु असली शूरवीर वही होता है जो मन व इंद्रियों को जीत लेता है।
अपने अंदर पाए जाने वाले दुर्गुणों जैसे क्रोध, अहंकार, मोह, लोभ आदि को जीतने वाले को ही गुरबाणी में सच्चे शूरवीर की संज्ञा दी गई है।
अच्छे व्यक्ति में उदारता की विशेषता पाई जाती है। गुरबाणी के अनुसार उदारता से आशय दान, पुण्य व क्षमा करने से है। जो व्यक्ति दूसरों की मदद करता है, दूसरों से प्रेम करता है, वह व्यक्ति उदार दिल का होता है।
एक अच्छा व्यक्ति आशावादी होता है वह जब भी कोई काम करता है तो वह यही सोचता है कि इसका परिणाम अच्छा व सबके हित में ही होगा।
एक अच्छा इंसान अपनी गलतियों की भी जिम्मेदारी लेता है। वह अपने साथ होने वाले बुरे के लिए किसी ओर व्यक्ति या किस्मत को जिम्मेदार नहीं मानता है।
निष्पक्ष (Fairness) :-
एक अच्छा इंसान निष्पक्ष होता है। जिस प्रकार किसी कोर्ट का जज निष्पक्ष फैसला सुनाता है, उसी प्रकार एक नेक इंसान के सामने जब फैसला लेने की बारी आती है तब वह भी निष्पक्ष रूप से अपनी राय रखता है।
शूरवीरता (Courageousness) :-
गुरबाणी में नानक साहब कहते हैं कि शरीर से बलवान तो बहुत से लोग मिल जाते हैं परंतु असली शूरवीर वही होता है जो मन व इंद्रियों को जीत लेता है।
अपने अंदर पाए जाने वाले दुर्गुणों जैसे क्रोध, अहंकार, मोह, लोभ आदि को जीतने वाले को ही गुरबाणी में सच्चे शूरवीर की संज्ञा दी गई है।
उदारता (Generosity) :-
अच्छे व्यक्ति में उदारता की विशेषता पाई जाती है। गुरबाणी के अनुसार उदारता से आशय दान, पुण्य व क्षमा करने से है। जो व्यक्ति दूसरों की मदद करता है, दूसरों से प्रेम करता है, वह व्यक्ति उदार दिल का होता है।
आशावादी (Optimism):-
एक अच्छा व्यक्ति आशावादी होता है वह जब भी कोई काम करता है तो वह यही सोचता है कि इसका परिणाम अच्छा व सबके हित में ही होगा।
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गुरबाणी कहती है कि जिसकी सोच आशावादी होती है उसे कोई भी दुख, कोई भी तकलीफ, कष्ट नहीं पहुंचा सकती है। वह हर परिस्थिति से निकलने का समाधान ढूंढ लेता है।
एक अच्छे मनुष्य में विवेक का होना अति आवश्यक है। गुरबाणी कहती है कि यदि आपमें विवेक नहीं होगा तो आप सही-गलत, अच्छे-बुरे में भेद नहीं कर पाएंगे। इसलिए एक नेक इंसान में बुद्धि के साथ विवेक का होना भी अति आवश्यक है।
नेक इंसान खुद तो आशावादी होता ही है, साथ ही दूसरों को आशावादी बनने, सही कार्यों को करने, धर्म पर भरोसा रखने व धर्म मार्ग पर चलने आदि के लिए प्रोत्साहित भी करता है।
आशा करती हूं आपको हमारा अच्छे (नेक) इंसान के 10 गुण गुरबाणी के अनुसार लेख पसंद आया होगा। हमारे साथ अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद।
गुरबाणी कहती है कि जिसकी सोच आशावादी होती है उसे कोई भी दुख, कोई भी तकलीफ, कष्ट नहीं पहुंचा सकती है। वह हर परिस्थिति से निकलने का समाधान ढूंढ लेता है।
विवेक (Conscienti) :-
एक अच्छे मनुष्य में विवेक का होना अति आवश्यक है। गुरबाणी कहती है कि यदि आपमें विवेक नहीं होगा तो आप सही-गलत, अच्छे-बुरे में भेद नहीं कर पाएंगे। इसलिए एक नेक इंसान में बुद्धि के साथ विवेक का होना भी अति आवश्यक है।
प्रोत्साहन (Encouraging) :-
नेक इंसान खुद तो आशावादी होता ही है, साथ ही दूसरों को आशावादी बनने, सही कार्यों को करने, धर्म पर भरोसा रखने व धर्म मार्ग पर चलने आदि के लिए प्रोत्साहित भी करता है।
आशा करती हूं आपको हमारा अच्छे (नेक) इंसान के 10 गुण गुरबाणी के अनुसार लेख पसंद आया होगा। हमारे साथ अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद।
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