बजरंग बाण पाठ के लाभ, फायदे, पूजन विधि व नियम (Bajrang Baanpaath ke laabh ya fayade, poojan vidhi v niyam in hindi)

 नमस्कार,


दोस्तों जब भी हनुमान भक्ति की बात आती है तो उसमें सबसे प्रमुख रूप से हनुमान चालीसा या गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित सुंदरकांड की बात की जाती है। हम आपको इस लेख में महाबली, पवनसुत, केसरी नंदन हनुमान जी के एक बहुत ही अद्भुत पाठ के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम में बजरंग बाण (Bajrang Baan)।

बजरंग बाण को हनुमान जी के शक्तिशाली पाठों के अंतर्गत शामिल किया जाता है। आज के इस लेख में हम क्या है बजरंग बाण की महिमा(ky h bajrang baan ki mahima),बजरंग बाण पढ़ने से होने वाले फायदे (bajrang baan padhne se hone wale fayde), बजरंग बाण के पाठ की पूजा विधि (bajrang baan pooja vidhi) आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

बजरंग बाण की महिमा
(Bajrang Baan ki mahima in hindi)


बजरंग बाण जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह एक बाण के समान कार्य करने वाला पाठ हैं। बजरंग बाण का पाठ करने से साधक के अंदर हनुमान जी की शक्तियां बाण के समान समाहित होने लगती है।

बजरंग बाण में क्या है?
(Bajrang Baan me ky h in hindi)?


बजरंग बाण हनुमान जी का एक शक्तिशाली पाठ हैं। बजरंग बाण के अंतर्गत हनुमान जी के बल, बुद्धि व उनके गुणों का बखान करते हुए हनुमान जी को श्री राम जी की दुहाई अर्थात सौगंध (कसम) दी जाती है कि जिस प्रकार आपने श्रीराम के कार्यों को पूर्ण किया है, आपको श्री राम की दुहाई है उसी प्रकार आपको मेरे कार्यों को भी सफल करना होगा। 


बजरंग बाण में श्री राम जी की कसम देने पर हनुमान जी को साधक का कार्य करने के लिए मजबूर होना पड़ता है इसलिए बजरंग बाण का उपयोग विशेष कष्ट या परेशानी होने पर ही करना चाहिए।

बजरंग बाण का पाठ (पूजन विधि) कैसे करें ?
(Bajrang Baan Poojan Vidhi in hindi) ?


बजरंग बाण का पाठ करने के लिए सर्वप्रथम आप आचार-विचार आदि की शुद्धि के बाद अपने दैनिक कार्यों को पूर्ण कर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं। बजरंग बाण की आराधना के लिए मंगलवार या शनिवार का दिन शुभ माना गया हैं।


बजरंग बाण पाठ के फायदे, पूजन विधि व नियम

Bajrang Baan



एक आसन बिछाकर उसके सामने हनुमान जी व श्री राम जी का चित्र रखकर बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। हनुमान जी को शुद्ध गाय के घी का दीपक जलाकर उन्हें पुष्प, अक्षत सिंदूर आदि को अर्पित करना चाहिए।

प्रसाद में उन्हें बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, गुड़ या चना, चिरौंजी आदि का भोग लगाना चाहिए।

बजरंग बाण के लाभ या फायदे
(Bajrang Baan ke labh ya fayde in hindi)


शत्रुओं व विरोधियों से मुक्ति हेतु :- जब व्यक्ति अपने कार्य में प्रगति करने लगता है तो ना चाहते हुए भी उसके अनेक शत्रु उत्पन्न हो जाते हैं। ऐसे में शत्रु या विरोधीयों से मुक्ति हेतु बजरंग बाण का पाठ अवश्य करना चाहिए।

आत्मविश्वास में वृद्धि हेतु :- यदि आप डरे हुए रहते हैं या आप में आत्मविश्वास की कमी है तो आपको बजरंग बाण का पाठ करने पर  साहस व आत्मविश्वास दोनों की प्राप्ति होती है।

क्रूर ग्रहों के कष्टों से मुक्ति हेतु :- यदि आप क्रूर ग्रह जैसे शनि व मंगल आदि के प्रभाव से प्रभावित हो रहे हैं तो आप बजरंग बाण के पाठ के द्वारा अपने ग्रहों से होने वाली समस्याओं से निपट सकते हैं।

रोगों से मुक्ति के लिए :- बजरंग बाण का पाठ करने से मनुष्य को असाध्य रोगों से मुक्ति मिल जाती हैं।




कर्ज से मुक्ति के लिए :- यदि आपको बहुत समय से कर्ज़ से मुक्ति नहीं मिल पा रही हैं और आप कर्ज़ की समस्या से मुक्त होना चाहते है तो आपको बजरंग बाण का पाठ अवश्य करना चाहिए।

आइए अब जान लेते हैं बजरंग बाण से संबंधित सबसे अधिक पूछे जाने वाले कुछ सवालों के बारे में।

कब करें बजरंग बाण का पाठ  ?

(kab karen bajarang baan ka paath)  ?

  • बजरंग बाण कोई साधारण पाठ नहीं है इसके अंतर्गत हनुमान जी को श्री राम की दुहाई अर्थात कसम दी जाती है। इसलिए बजरंग बाण का पाठ किसी विशेष प्रकार के कष्ट या समस्या होने पर 11, 21 आदि दिनों का संकल्प लेकर करना चाहिए।

  • बजरंग बाण में श्री राम जी की सौगंध के कारण हनुमान जी को आपका कार्य सिद्ध करने के लिए विवश होना पड़ता है।

कैसे करें बजरंग बाण का पाठ ?

(kaise karen bajarang baan ka paath in hindi)?

  • बजरंग बाण का पाठ करने के लिए शनिवार या मंगलवार का दिन उपयुक्त रहता है। आप सुबह या शाम किसी भी समय बजरंग बाण का पाठ कर सकते हैं। बजरंग बाण का पाठ करने के लिए आप हनुमान जी के सामने चमेली के तेल या घी का दीपक जलाकर और उन या कुशा का आसन बिछाकर पूर्व की तरफ मुख करके श्री राम जी के चित्र व हनुमान जी के चित्र के सामने बैठकर बजरंग बाण का पाठ करें।

बजरंग बाण का पाठ कब न करें ?

(bajarang baan ka paath kab na karen in hindi) ?

  • यदि आप  मॉस-मदिरा आदि का सेवन करते हैं तब आपको बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए। इसके अलावा महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान, घर में किसी भी प्रकार के सूतक के दौरान बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए।


क्या महिलाएं बजरंग बाण का पाठ कर सकती है?

(kya mahilaen bajarang baan ka paath kar sakatee hai in hindi)?

  • आपने लोगों को अक्सर कहते सुना होगा कि महिलाएं या लड़कियां बजरंग बाण का पाठ नहीं कर सकती हैं। परंतु किसी भी ग्रंथ या पुराण में यह नहीं लिखा गया है कि महिलाएं हनुमान जी की भक्ति नहीं कर सकती है।

  • महिलाओं को हनुमान जी के पाठ पढ़ने या उनकी भक्ति करने में कोई बुराई नहीं है, बस महिलाओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि वह हनुमान जी के समीप जाकर उन्हें छुए ना। इसके अलावा भगवान अपने हर भक्त को समान मानते हैं फिर चाहे वह पुरुष हो या स्त्री।

आशा करती हूं बजरंग बाण पाठ के फायदे, पूजन विधि व नियम (Bajrang Baanpaath ke laabh ya fayade, poojan vidhi v niyam in hindi) से संबंधित हमारी यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

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